शून्य काल भारतीय संसद की एक अनौपचारिक प्रक्रिया है, जो लोकसभा में प्रश्नकाल के बाद और राज्यसभा में प्रश्नकाल से पहले शुरू होती है। यह व्यवस्था 1960 के दशक में शुरू हुई थी।