father Killed Daughter: यह घटना केवल एक आपराधिक केस नहीं, बल्कि रिश्तों की बदलते स्वरूप और परिभाषा का एक गंभीर संकेत भी है. क्या अब रिश्ते ‘पर्सनल स्पेस’ और ‘कम्फर्ट जोन’ के हिसाब से तय होंगे? क्या जिम्मेदारियां अब लव मैरिज और लिव-इन में इस कदर बंट जाएंगी कि एक बच्ची की जान चली जाए?